निम्न मंगल दोष क्या है? इसके कारण और लक्षण
निम्न मंगल दोष को समय पर पहचान कर और सही उपायों के माध्यम से इसके दुष्प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यदि आप विवाह, करियर या व्यक्तिगत जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आज ही उज्जैन में मंगल दोष पूजा अवश्य कराएं और अपने जीवन में सुख-शांति प्राप्त करें।
निम्न मंगल दोष क्या है?
हिन्दू ज्योतिष शास्त्र में, जब मंगल ग्रह कुंडली के 1, 2, 4, 7, 8, या 12वें भाव में कमजोर अवस्था में स्थित होता है, तो उसे निम्न मंगल दोष (Low Mangal Dosh) कहा जाता है। यह दोष उतना घातक नहीं होता जितना उच्च मंगल दोष, लेकिन फिर भी व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, करियर और मानसिक शांति पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
निम्न मंगल दोष कुंडली में मंगल ग्रह की हल्की अशुभ स्थिति को दर्शाता है। निम्न मंगल दोष के प्रभाव उच्च मंगल दोष की तरह गंभीर नहीं होते, फिर भी यह व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की कठिनाइयाँ उत्पन्न कर सकता है।
निम्न मंगल दोष के लक्षण कौन-कौन से है?
निम्न मंगल दोष की पहचान के लिए ज्योतिषियों ने कुछ लक्षणो के बारें मे बताया है, जो की निम्नलिखित है:
निम्न मंगल दोष (Low Mangal Dosh) होने पर व्यक्ति के जीवन में कुछ विशेष प्रकार की समस्याएँ देखने को मिलती हैं। इस दोष से प्रभावित व्यक्ति के विवाह में विलंब या बाधाएँ आती हैं। वैवाहिक जीवन में आपसी तालमेल की कमी, झगड़े और तनाव बना रहता है। व्यक्ति के करियर में भी अस्थिरता, प्रमोशन में देरी और निरंतर संघर्ष की स्थिति बनती है।
मानसिक रूप से व्यक्ति चिड़चिड़ा हो सकता है और आत्मविश्वास की कमी महसूस कर सकता है। परिवार में मतभेद, आर्थिक परेशानियाँ और स्वास्थ संबंधी छोटे-मोटे विकार भी इसके आम लक्षणों में शामिल हैं। यदि समय रहते निम्न मंगल दोष का उचित उपचार न किया जाए, तो यह धीरे-धीरे जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।
निम्न मंगल दोष के प्रमुख कारण कौन से है?
- मंगल का कर्क राशि (Neech Mangal) में होना (दुर्बल स्थिति)।
- मंगल का 2, 6, 10, 11वें भाव में होना, लेकिन पापी ग्रहों के साथ युति न होना।
निम्न मंगल दोष के उपाय
यदि आपकी कुंडली में निम्न मंगल दोष पाया जाए, तो निम्नलिखित उपायों को अपनाकर इसके नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है:
- मंगल ग्रह का शांति मंत्र जाप: “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जप करना लाभकारी होता है।
- हनुमानजी की उपासना: मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में दर्शन कर, चोला चढ़ाना और बजरंग बाण का पाठ करना शुभ होता है।
- दान करना: मंगल दोष की शांति हेतु दान-पुण्य करना पुण्यकारी माना जाता है। मंगलवार को लाल वस्त्र, गुड़, या तांबे के बर्तन दान करें।
- लाल रंग के वस्त्र पहनना: मंगल को प्रसन्न करने के लिए लाल रंग के वस्त्र पहनना लाभकारी होता है।
उज्जैन मे निम्न मंगल दोष निवारण पूजा
उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में विशेष रूप से मंगल दोष निवारण पूजा सम्पन्न कराई जाती है, जो अत्यंत प्रभावी मानी जाती है तो उज्जैन में मंगल शांति पूजा कराएँ (मंगल ग्रह का जन्मस्थान)। महाकालेश्वर मंदिर में रुद्राभिषेक करवाएँ। मंगल शांति पूजा से मंगल दोष के नकारात्मक प्रभाव शांत हो जाते है और व्यक्ति के जीवन से सभी दुख दूर हो जाते है।
यदि आप विवाह, करियर या व्यक्तिगत जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो उज्जैन में मंगल दोष निवारण पूजा अवश्य कराएं और अपने जीवन में सुख-शांति प्राप्त करें।
उज्जैन मे मंगल दोष पूजा के लिए शुभ मुहूर्त?
उज्जैन में मंगल दोष निवारण पूजा कराने के लिए पूजा मुहूर्त की जानकारी होना बहुत जरूरी है क्योंकि शुभ मुहूर्त में की गई पूजा विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है। निम्न मंगल दोष पूजा के लिए मंगलवार(मंगल का दिन), चतुर्थी, अष्टमी या अमावस्या का दिन शुभ माना जाता है। इन पूजा मुहूर्तो में आप उज्जैन आकार पूजा आयोजित करवा सकते है।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा-खर्च कितना है?
उज्जैन में निम्न मंगल दोष निवारण पूजा की लागत लगभग ₹2,100 से शुरू होती है। पूजा का खर्च चयनित पूजा विधि और सामग्री के अनुसार भिन्न हो सकता है। पूजा की सटीक जानकारी के लिए पंडित जी से संपर्क करें।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा कैसे बुक करें?
अगर आप उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा कराना चाहते हैं, तो अनुभवी पंडितों से संपर्क करें जो मंगल दोष पूजा विधिपूर्वक संपन्न कराते हैं। पूजा के विषय मे पूर्ण जानकारी के लिए उज्जैन के अनुभवी और श्रेष्ठ पंडित जी को नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और अपनी पूजा बुक करें